Name | Image | Stages | Periods | Symptoms |
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धान | ![]() |
वनस्पति विकास चरण | वैसे तो यह सर्वे माह में दो बार होता है, लेकिन इन दिनों हुए मौसम परिवर्तन को देखते हुए खासतौर पर सर्वे किया जाता है। | पत्तियों पर लगभग 1 सें.मी. चौड़े नाव आकार के भूरे धब्बे दिखाई देते हैं। इनके बीच का भाग राख के रंग का होता है और परिधि पर गहरे भूरे रंग की पतली पट्टी पाई जाती है। बालियों के नीचे डण्ठल पर भूरा काला धब्बा दिखाई पड़ता है। काले भाग में धान के बाल टूट जाते है। |
ब्लास्ट संक्रमण, रोपण या टिलरिंग स्टेज (जब पौधा शाखाये बनाता है) में ही पौधे को कमजोर कर देता है। इससे पौधे के विकास के बाद के चरणों में पौधे का अनाज भराव क्षेत्र हो जाता है और उपज बहुत कम हो जाती है।
ब्लास्ट रोग के कारण पत्तों के मध्य में धुरी के आकार के स्लेटी रंग के धब्बे और किनारों पर भूरे रंग के धब्बे देखे जा सकते हैं।
ब्लास्ट रोग की रोकथाम के लिए कार्बेन्डाज़ीम 12% + मैनकोजेब 63% डब्ल्यू पी @ 400 ग्राम प्रति एकड़ 150 लीटर पानी या ट्राइसक्लाज़ोल 75 डब्ल्यू पी @ 120 ग्राम प्रति एकड़ 150 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। फफूंदनाशकों का 10 से 15 दिन के अंतराल पर अदल-बदल कर छिड़काव करें।