पर्पल ब्लोच (बैंगनी धब्बा)


Alternate / Local Name:
बैंगनी धब्बा रोग या पर्पल ब्लॉच कवक

Short Description:
बैंगनी धब्बा रोग या पर्पल ब्लॉच कवक अल्टरनेरिया पोरी के कारण होता है। यह संक्रमित फसल के मलबे पर या मिट्टी की सतह के पास सर्दी में रहता है। जैसे ही वसंत में गर्म, गीली स्थितियाँ होती हैं, तो यह बीजाणु पैदा करने के साथ अपने जीवन चक्र को फिर से शुरू करता है।
AFFECTED CROPS

Name Image Stages Periods Symptoms
लहसुन vegetative stage यह रोग पत्तियों पर या बीज के डंठल पर छोटे-छोटे जलसिक्त धब्बों के रूप में शुरू होता है | यह रोग पत्तियों पर या बीज के डंठल पर छोटे-छोटे जलसिक्त धब्बों के रूप में शुरू होता है. बाद में इनका रंग भूरा हो जाता है, और बड़ा आकार ले लेते हैं तथा इनका रंग बैंगनी हो जाता है. इन धब्बों के चारों तरफ के घेरा बन जाता है. नम मौसम में धब्बों की सतह काली दिखाई देती है जो कि फफूंद के बीजाणु के कारण होती है. धब्बे जब बड़े हो जाते हैं तो पत्तियां पीली पडकर सूख जाती है.

यह रोग एक फफुंद अल्टरनेरियां के कारण होता है. यह बीमारी प्याज एवं लहसुन में उगने वाले सभी क्षेत्रों में पाई जाती है| में इन दिनों प्याज और लहसुन की फसल में बैक्टीरियल ब्लाइट और पर्पल ब्लॉच रोग की समस्या देखने को मिल रही है।

यह रोग पत्तियों पर या बीज के डंठल पर छोटे-छोटे जलसिक्त धब्बों के रूप में शुरू होता है. बाद में इनका रंग भूरा हो जाता है, और बड़ा आकार ले लेते हैं तथा इनका रंग बैंगनी हो जाता है. इन धब्बों के चारों तरफ के घेरा बन जाता है. नम मौसम में धब्बों की सतह काली दिखाई देती है जो कि फफूंद के बीजाणु के कारण होती है. धब्बे जब बड़े हो जाते हैं तो पत्तियां पीली पडकर सूख जाती है.

इसके नियंत्रण हेतु कासुगामाइसिन +कॉपर ऑक्सिक्लोराइड की 40 ग्राम मात्रा प्रति पंप या मेटलैक्सिल मेंकोज़ेब की 35 ग्राम मात्रा प्रति पंप के मान से 15 दिन के अंतर से खड़ी फसल पर छिड़काव करें |