गुलाबी सुंडी


Alternate / Local Name:
गुलाबी सुंडी,Pink Bollworm,पिंक बॉलवर्म

Short Description:
भारत के कई क्षेत्रों में कपास पर गुलाबी इल्ली (सुंडी) एक प्रमुख कीट के रूप में उभर कर आई है। अभी के समय में कपास के सबसे बड़े दुश्मन पिंक बॉल वार्म (Pink Boll worm) यानी गुलाबी सुंडी कीट के आक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है। यह इल्ली कपास के बीजों को खाकर आर्थिक हानि पहुँचाती है।

पिंक बॉलवर्म के लार्वा पुरानी फसल के डंठल में रहते हैं और नई फसल पर अपना जीवनचक्र को पूरा करता है और कपास की बढ़ती फसल में अंडे देता है. नए लार्वा केवल कलियों या फूलों पर खिलाते हैं. अगर फसल में कली या फूल नहीं है तो यह लार्वा फसल को कोई नुकसान पहुंचाए बिना मर जाता है |

यह छोटे पौधे से लेकर कली, फूल तक को खाकर उसे नुकसान पहुंचाता है. इसके शुरू में ही कंट्रोल करना पड़ता है. अगर इस कीट को लेकर किसान जरा सी भी लापरवाही करते हैं तो पूरी फसल चौपट हो सकती है कपास में फूल लगने और फूल खिलने के दौरान इस कीट का हमला होता है. संक्रमित फूल, कलियां और छोटे कपाल बॉल नीचे गिर जाते हैं. लार्वा बॉल में घुस कर शाखाओं और बीजों को नुकसान पहुंचाता है |

जिस फूल और कली में कीट दिखाई दे उसे तोड़कर नष्ट कर दें,साइपरमेथ्रिन 10 ईसी 10 मिली या डेल्टामेथ्रिन 2.8 ईसी 10 मिली 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें |

Vegetative stages


Affected Time Period:
यह रोग अगस्त से सितम्बर दिखाई देने लगते है